रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में तेलंगाना मुक्ति दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. यह दिवस हैदराबाद राज्य के निजाम के शासन से मुक्त होकर भारतीय संघ में शामिल होने का प्रतीक है.
गजेंद्र सिंह शेखावत, किशन रेड्डी, बंदी संजय कुमार सहित कई अन्य नेताओं ने कार्यक्रम में भाग लिया. इस अवसर पर, कई भाजपा नेताओं ने परेड मैदान में पोस्टर भी लगाए.
भारतीय जनता पार्टी के नेता बूरा नरसैया गौड़ ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तीन कार्यक्रम एक साथ हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन भी मनाया जा रहा है और विश्वकर्मा जयंती भी इसी दिन है.
“आज तेलंगाना के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. भारतीयों के लिए, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस है, और तेलंगानावासियों के लिए, 17 सितंबर मुक्ति दिवस है… संयोग से, यह प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन है, और आज विश्वकर्मा जयंती भी है. सभी तेलंगानावासियों की ओर से, हम नरेंद्र मोदी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. ईश्वर उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्रदान करें, ताकि अमृतकाल का उनका सपना साकार हो.” गौड़ ने एएनआई को बताया.
तेलंगाना राज्य सरकार 17 सितंबर को, जिस दिन 1948 में हैदराबाद राज्य का भारतीय संघ में विलय हुआ था. तेलंगाना प्रजा पालन दिवस, यानी जन शासन दिवस के रूप में भी मनाती है.
1948 में इसी दिन तत्कालीन हैदराबाद राज्य का भारतीय संघ में विलय हुआ था. तदनुसार, 17 सितंबर को सभी सरकारी कार्यालयों, शहरी स्थानीय निकायों और ग्राम पंचायतों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा.
2023 में, तत्कालीन बीआरएस सरकार ने 17 सितंबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. हालांकि, केंद्र सरकार ने इसे हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. इसके लिए गृह मंत्रालय ने एक राजपत्र अधिसूचना जारी की.
ऑपरेशन पोलो के तहत एक “पुलिस कार्रवाई” के बाद, 17 सितंबर, 1948 को हैदराबाद का भारतीय संघ में विलय हुआ. कुछ लोग इसे निज़ाम शासन से मुक्ति बताते हैं, तो कुछ इसे भारतीय संघ में विलय कहते हैं.
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 15 दिनों का राष्ट्रव्यापी अभियान, “सेवा पखवाड़ा” आयोजित किया जा रहा है. इस अभियान के दौरान, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए देश भर में रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान और प्रदर्शनियां आयोजित की हैं.
