तेलंगाना के करीमनगर जिले के रामादुगु मंडल में पुलिस ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है जिसमें एक भाई ने अपने बड़े भाई के नाम पर इंश्योरेंस करवाया और उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसे सड़क हादसा का रूप देने की कोशिश की.
इंश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिधि के शक के आधार पर पुलिस ने मामले को अपने हाथ में लिया और मुख्य आरोपी ममीदी नरेश समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. करीमनगर पुलिस कमिश्नर गौश आलम ने मंगलवार को मामले के बारे में जानकारी दी.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी, रामादुगु गांव का रहने वाला ममीदी नरेश, करीब 1.5 करोड़ रुपये का भारी फाइनेंशियल नुकसान उठा चुका था. अपना कर्ज चुकाने में नाकाम रहने पर, नरेश ने अपने भाई, ममीदी वेंकटेश, जो 37 साल का था, अविवाहित और “मानसिक रूप से नासमझ” था, के नाम पर करीब 4.14 करोड़ रुपये की कई इंश्योरेंस पॉलिसी लेने का फैसला किया. उसका मकसद उसे मारना और बाद में हत्या को रोड हादसा बताकर इंश्योरेंस की रकम क्लेम करना था.
नरेश, अपने दोस्त नमुंडला राकेश और टिपर ड्राइवर मुनीगला प्रदीप के साथ मिलकर हत्या को अंजाम देने के लिए तैयार हो गया और एक डिटेल्ड प्लान तैयार किया. अपनी प्लानिंग पर बातचीत के दौरान, राकेश ने अपने मोबाइल फोन पर हत्या के प्लान का एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया और उसे सेव करके रख लिया. इसके अलावा, नरेश ने एक बैंक से 20 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया था.
अपने प्लान के मुताबिक, उन्होंने 29 नवंबर को वेंकटेश को मार डाला. नरेश ने उस पर टिपर चढ़ा दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. बाद में उसने परिवार और पुलिस को बताया कि वेंकटेश की मौत एक हादसे में हो गई है. जांच के दौरान, साइंटिफिक तरीकों का इस्तेमाल करके पुलिस ने हत्या का खुलासा किया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
