तेलंगाना पुलिस को एक बड़ी सफलता तब मिली जब माओवादी संगठन के 37 भूमिगत कार्यकर्ताओं, जिनमें तीन राज्य समिति सदस्य (एससीएम) भी शामिल हैं. उन्होंने शनिवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
तेलंगाना पुलिस के अनुसार हथियार डालने वाले तीन वरिष्ठ नेता कोय्यादा संबैया उर्फ आज़ाद, अप्पासी नारायण उर्फ रमेश और मुचाकी सोमादा उर्फ एर्रा हैं, जो प्रतिबंधित संगठन के लंबे समय से सदस्य रहे हैं. संबैया और नारायण क्रमशः 31 और 32 सालों से भूमिगत थे.
पुलिस ने बताया कि ये आत्मसमर्पण मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा 21 अक्टूबर को की गई उस अपील के बाद हुआ जिसमें उन्होंने माओवादियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की थी.
केएम डीवीसी के 37 कार्यकर्ताओं में से सात ने आठ हथियार भी सौंपे, जिनमें एक एके-47 राइफल, दो एसएलआर, चार .303 राइफल और एक जी3 राइफल के साथ-साथ विभिन्न कैलिबर के 343 राउंड गोला-बारूद भी शामिल हैं.
पुलिस ने इस घटनाक्रम को राज्य में माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका बताया. पुलिस ने कहा कि 37 कार्यकर्ताओं का ये फैसला मुख्यमंत्री की अपील पर सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है और शांतिपूर्ण व कानून-पालक जीवन की ओर बदलाव का संकेत देता है.
पुनर्वास नीति के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले तीनों एससीएम को 20 लाख रुपये का नकद इनाम मिलेगा, जबकि डीवीसीएम/सीवाईपीसीएम को 5-5 लाख रुपये मिलेंगे. एसीएम/पीपीसीएम को 4-4 लाख रुपये और पार्टी सदस्यों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे.
इसके अलावा गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार हथियार समर्पण पर अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी मिलती है. जिसमें एके-47 के लिए 4 लाख रुपये, एसएलआर के लिए 2 लाख रुपये, .303 राइफल के लिए 1 लाख रुपये और मस्कट राइफल के लिए 5,000 रुपये मिलते हैं.
पुलिस ने बताया कि 37 कार्यकर्ताओं को दी गई कुल इनाम राशि 1.41 करोड़ रुपये है. तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी ने दोहराया कि पुनर्वास और पुनः एकीकरण नीति के तहत सभी लाभ आत्मसमर्पण करने वाले कार्यकर्ताओं को शीघ्र और पारदर्शी तरीके से प्रदान किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि यह आत्मसमर्पण राज्य की उग्रवाद-विरोधी रणनीति की एक महत्वपूर्ण नैतिक जीत है. डीजीपी ने बताया कि अकेले इस वर्ष, तेलंगाना में कुल 465 माओवादी कार्यकर्ताओं ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें वरिष्ठ नेता – दो केंद्रीय समिति सदस्य, 11 राज्य समिति सदस्य, 11 संभागीय समिति सदस्य और 44 क्षेत्रीय समिति सदस्य – शामिल हैं. पुलिस ने सभी शेष माओवादियों, विशेषकर तेलंगाना के मूल निवासियों से, अपने गांव लौटने और अपने परिवारों के साथ जुड़ने का आग्रह किया.
