तेलंगाना में ब्रिटिश शासन के दौरान बनी कलेक्ट्रेट भवन की छत लगातार हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को अचानक गिर गई. हादसे के दौरान भवन के अंदर जिले के प्रभारी मंत्री जुप्पली कृष्णा राव जिला कलेक्ट्रेट व अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. इसी दौरान बैठक स्थल के पीछे के हिस्से में बालकनी की छत अचानक गिर गई.
घटना के समय कोषागार विभाग के सामने दो पुलिसकर्मी सहित 20 से अधिक ग्राम राजस्व अधिकारी( VRO’s) प्रशासनिक विभाग के सामने मौजूद थे. हालांकि, घटना के समय किसी भी अधिकारी को कोई चोट नहीं आई. मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया की भवन का निर्माण आजादी के पहले हुआ था और तब से लेकर अब तक इसमें किसी भी प्रकार की मरम्मत नहीं कराई गई है.
दरअसल, 1941 में चूना और ईंट से बने इस ऐतिहासिक भवन की छत लगातार हो रही बारिश के कारण कमजोर हो गई. तेलंगाना के आदिलाबाद बुधवार से लगातार हो रही बारिश में अचानक छत भरभराकर गिर गई. हालांकि घटना के दौरान कोई घायल नहीं हुआ. भवन की छत गिरने से विभागीय दस्तावेज बारिश के पानी और मलबे से नष्ट हो गए.
घटना के समय कोषागार विभाग के सामने दो पुलिसकर्मी सहित 20 से अधिक गांव राजस्व अधिकारी( VRO’s) प्रशासनिक विभाग के सामने मौजूद थे. ये अधिकारी विभाग के सामने अपनी पोस्टिंग का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही जोरदार आवाज हुई, सभी दौड़कर बाहर भागे. गनीमत यह रही कि हादसे के दौरान सभी सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बालकनी का पूरा हिस्सा मलबे में बदल गया और प्रशासनिक विभाग के बाहर रखी सारी फाइलें बारिश के पानी और मलबे में नष्ट हो गईं.
मौके पर मौजूद लोगों और आधिकारियों ने बताया कि ये भवन काफी पुराना है और इसकी की मरम्मत काफी दिनों से नहीं हुई है जिसके कारण पूरा भवन कमजोर हो गया है. हादसे के दौरान मौजूद अधिकारियों ने बताया की इस भवन की मरम्मत कि मांग काफी दिनों से की जा रही है.
घटना के तुरंत बाद जिले के प्रभारी मंत्री ने सभी अधिकारियों को भवन के जर्जर हिस्से की जांच कर उनकी मरम्मत करने और अन्य विभागों को स्थायी रुप से शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं.
